मेरी इस दवा को सिर्फ चार महीने प्रयोग करने के बाद बंद करके स्वस्थ जीवन जीने के काबिल हो जाएंगे। आपको बता दूं कि लाइफस्टाइल डीज़ीज़ेज़ जैसे OBESITY, HIGH BP, DIABETES, ASTHMA, CHOLESTEROL, THYROID, HEART PROBLEM, CANCER, LIVER & ABDOMINAL PROBLEM, MIGRAINE, PSORIASIS, SINUSITIS, ARTHRITIS, OSTEOARTHRITIS, OSTEOPOROSIS वग़ैरह लाईलाज बीमारियों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाता है।

हकीम मो अबू रिज़वान
बी यू एम एस, आनर्स (बी यू)

मैंने राजकीय तिब्बी कालेज पटना से 1992 में बी यू एम एस की डिग्री हासिल की है। सन् 1993 से लगातार यूनानी मेडिसींस से लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देने में व्यस्त रहा हूं। रिसर्च का जुनून, कुछ नया, कुछ अलग करने की ललक हमेशा से मेरे दिल व दिमाग़ में घूमता रहता था। यूनानी चिकित्सा जगत में आजतक जो भी चल रहा है वो सब के सब सदियों पुरानी हैं।नया रिसर्च के नाम पर कुछ भी देखने व सुनने को नहीं मिल रहा है।जो इस यूनानी चिकित्सा पद्धति से जुड़े हैं और जो ऊंचे पदों पर विराजमान हैं,उनका काम केवल लछ्छेदार भाषण देना और अखबारों में " फोटो " छपवाना भर है।
मैंने अपनी 30-35 वर्षों की अवधि में समय-समय पर नये नये खोज का प्रयास जारी रखा। इस प्रयास में सफलता हासिल हुई और एक ऐसी दवा आपके सामने आ गई, जिससे सभी लाइफस्टाइल डीज़ीज़ का " रिवर्स " होना निश्चित है। यानी हर ऐसी बीमारी जिसके बारे में आपको बता दिया गया कि जीवन भर दवा खाने से ही आपकी ज़िन्दगी बचेगी,अब आप दवा पर ही निर्भर हो गये।यानि दवा है तो आप ज़िन्दा हैं। "लेकिन मैं तो कहूंगा कि इतने सालों से सुबह-शाम 10-20 अंग्रेजी दवाओं का सेवन करते रहने के बाद भी ज़िन्दा कैसे हैं?"


मैं ने आपके इस दर्द को महसूस किया,एक मिशन बनाया- "DISEASE FREE WORLD" के नाम से। आपसे यही उम्मीद है कि इस मिशन को कामयाब बनाने में मदद करें, लोगों को निरोगी और सेहतमंद रहने की उम्मीद जताएं। ज़रुरी नहीं कि ज़िन्दगी के आखिरी कुछ वर्ष बीमारी से पीड़ित रहकर जिया जाए। ऐसा क्यों लगने लगा है कि आजकल मरने के लिए लंबे अरसे तक बनावटी लाईलाज बीमारी से पीड़ित रहना चाहिए। पिछले चार पांच सालों से मैं सोशल मीडिया पर लगातार ऐक्टिव रह रहा हूं।